Edited By prachi,Updated: 21 May, 2019 06:11 PM
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग न करने पर वह एक बार फिर सत्तापक्ष के निशाने पर आ गए हैं। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव लोगों से मतदान की अपील तो करते हैं परंतु खुद मतदान नहीं करते। लोकतंत्र और बिहार के इस...
पटनाः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग न करने पर वह एक बार फिर सत्तापक्ष के निशाने पर आ गए हैं। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव लोगों से मतदान की अपील तो करते हैं परंतु खुद मतदान नहीं करते। लोकतंत्र और बिहार के इस अपमान के लिए तेजस्वी को नैतिक रूप से विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि लोकतंत्र में मताधिकार का अधिकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 325 और 326 के अनुसार प्रत्येक व्यस्क नागरिक को है जो पागल और अपराधी न हो। किसी नागरिक को धर्म, जाति, वर्ण, संप्रदाय अथवा लिंगभेद के कारण मताधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में विपक्ष के नेता द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग न करना ना केवल लोकतंत्र का बल्कि बिहार का भी अपमान है।
नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी जी, अपने पिता लालू प्रसाद जी को जेल से निकालने के लिए चुनाव प्रचार में वोट मांगते घूमते रहे परंतु खुद नहीं वोट दिए। क्या अब वे खुद नहीं चाहते कि उनके पिता जी जेल से बाहर आए? लालू जी अगर जेल से निकल जाते तो फिर वे खुद पार्टी चलाने लगते फिर तेजस्वी को पूछेगा कौन?