Edited By prachi,Updated: 09 Dec, 2018 04:02 PM
बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने नालंदा खुला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा कि सर्वोच्च स्तर का प्रदर्शन करने में बेटियों का बढ़ता वर्चस्व सामाजिक बदलाव एवं नारी सशक्तिकरण को दर्शाता है। लालजी टंडन ने बापू सभागार में नालंदा खुला...
पटनाः बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने नालंदा खुला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा कि सर्वोच्च स्तर का प्रदर्शन करने में बेटियों का बढ़ता वर्चस्व सामाजिक बदलाव एवं नारी सशक्तिकरण को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षित बेटियां सफलता की नित नई ऊंचाइयां हासिल करेंगी।
सामाजिक बदलाव है बेटियों का हर क्षेत्र में बढ़ता वर्चस्व
लालजी टंडन ने बापू सभागार में नालंदा खुला विश्वविद्यालय के 13वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दीक्षांत समारोह में कुल 28 स्वर्ण पदक विजेताओं में बेटियों की संख्या 22 है। सर्वोच्च स्तर का प्रदर्शन करने में बेटियों के बढ़ते वर्चस्व को मैं अच्छे सामाजिक बदलाव के साथ ही नारी सशक्तीकरण के रूप में देखता हूं। यह बदलाव ही हमारे देश और समाज को सही अर्थों में विकसित देश और समाज के रूप में प्रतिष्ठा दिला सकेगा।
शिक्षा मनुष्य में आदर्श मूल्यों का विकास करती है
कुलाधिपति ने कहा कि देश में प्राचीन काल से ही शिक्षा को विशेष महत्त्व दिया जाता रहा है। शिक्षा न केवल जीवन-यापन के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करती है बल्कि मनुष्य में आदर्श मूल्यों का विकास भी करती है तथा उसे अपने कर्तव्यों एवं अधिकारों का बोध भी कराती है। उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उद्धृत करते हुए कहा कि हमारे विश्वविद्यालयों को उस स्वतंत्रता और विचार-अभिव्यक्ति का प्रतिनिधि बनना होगा, जो एक सच्चे लोकतंत्र की आवश्यकता है। हमारे विद्यार्थियों को लोगों के मन से अविश्वास का जाल और नफरत का जहर दूर करना होगा।