Edited By Nitika,Updated: 09 Mar, 2020 12:36 PM
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि गरीबों एवं निम्न मध्यमवर्गीय लोगों के लिए वर्ष 2024 तक बिहार में और 850 प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे।
पटनाः केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि गरीबों एवं निम्न मध्यमवर्गीय लोगों के लिए वर्ष 2024 तक बिहार में और 850 प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे।
अश्विनी चौबे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जन औषधि योजना को आम लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य 01 से 08 मार्च तक जन औषधि सप्ताह मनाया गया। बिहार में पहले से ही 155 औषधि केंद्र संचालित हैं, जिसके बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 तक बिहार में 850 और जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। इसके लिए राज्य सरकार को पहल करनी है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में अभी 6200 औषधि केंद्र चल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों एवं निम्न मध्यमवर्गीय लोगों को ध्यान में रखते हुए सस्ती दर के साथ ही सरलता से दवा उपलब्ध हो इस पर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान के 6200 केंद्रों को वर्ष 2024 तक 10000 करने का लक्ष्य रखा गया है।
चौबे ने कहा कि गरीब एवं निम्न मध्यमवर्गीय कि लोग देश में 5.5 करोड़ से अधिक प्रतिवर्ष दवा एवं चिकित्सा के मद में खर्च किया करते हैं। आमदनी से अधिक 130 से 132 करोड़ की आबादी चिकित्सा एवं दवा का खर्च वहन नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि केवल दवा से गरीब एवं निम्न मध्यमवर्गीय लोगों का खर्च 3.8 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष है। देश में कुल दवाओं का 72 प्रतिशत ग्रामीण तथा 68 प्रतिशत शहरी क्षेत्र में खपत होता है।