Edited By Nitika,Updated: 18 Oct, 2019 02:23 PM
बिहार में सत्तारूढ़ राजग के शीर्ष नेता अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ‘‘सेमीफाइनल'''' माने जाने वाले आगामी उपचुनावों के लिए एक साथ प्रचार अभियान में भाग ले रहे हैं।
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ राजग के शीर्ष नेता अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ‘‘सेमीफाइनल'' माने जाने वाले आगामी उपचुनावों के लिए एक साथ प्रचार अभियान में भाग ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को दरौंदा और किशनगंज विधानसभा क्षेत्रों और समस्तीपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए चल रहे प्रचार अभियान के तहत कई रैलियों में मंच साझा किया। इन चीजों से ऐसा लगता है कि सत्ताधारी गठबंधन के भीतर सबकुछ ठीक चल रहा है। प्रत्येक घटक दल ने एक-दूसरे का समर्थन किया है।
दूसरी ओर पांच दलों के मेल से बने महागठबंधन में मामला बिल्कुल विपरीत है, जो अंदरूनी कलह से ग्रस्त है और हो सकता है वह चुनौती भी खड़ी न कर पाए। सीवान, किशनगंज, समस्तीपुर सीट के अलावा, बेलहर, नाथनगर और सिमरी बख्तियारपुर में भी उपचुनाव होने हैं, जिन सभी पर विधानसभा चुनाव में जदयू ने जीत हासिल की थी, इन सभी सीटों के विजेताओं लोकसभा के लिए निर्वाचन होने के कारण ये सीटें खाली हो गई हैं।
नाथनगर और सिमरी बख्तियारपुर में जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी ने मैदान में राजद उम्मीदवारों के बावजूद अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। इससे विपक्षी महागठबंधन का अंदरूनी कलह साफ तौर पर उजागर होता है। महागठबंधन में कांग्रेस और रालोसपा भी शामिल हैं। दोनों ने इनमें से किसी भी क्षेत्र में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। मांझी और साहनी ने कई मौकों पर राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। इन सीटों पर मतदान 21 अक्टूबर को होना है।