Edited By prachi,Updated: 17 Nov, 2018 05:40 PM
लोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद 30 नवंबर तक एनडीए में बने रहने का फैसला किया है। जहां एक तरफ सीट शेयरिंग को लेकर रालोसपा में हलचल जारी है वहीं दूसरी तरफ पार्टी के विधायक ललन पासवान ने...
पटनाः रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद 30 नवंबर तक एनडीए में बने रहने का फैसला किया है। जहां एक तरफ सीट शेयरिंग को लेकर रालोसपा में हलचल जारी है वहीं दूसरी तरफ पार्टी के विधायक ललन पासवान ने उपेंद्र कुशवाहा की मुसीबतों को और बड़ा दिया है।
रालोसपा विधायक ललन पासवान ने कुशवाहा को धमकाते हुए कहा कि अगर वह महागठबंधन में शामिल होते हैं तो पार्टी टूट जाएगी। इस फैसले के बाद कुशवाहा अकेले ही रह जाएंगेे। रालोसपा के दो विधायक सुधांशु शेखर और ललन पासवान शनिवार को पार्टी की बैठक में शामिल नहीं हुए।
सूत्रों के अनुसार, रालोसपा के दो विधायकों के जदयू में शामिल होने के कयासों के बीच ललन पासवान ने दावा ठोकते हुए कहा है कि असली आरएलएसपी हमारी है। हम रालोसपा का जदयू में विलय कराएंगे। उन्होंने कहा है कि आज आरएलएसपी की बैठक में सिर्फ कुशवाहा शामिल हुए हैं और वह महागठबंधन की बैठक कर रहे हैं।