Edited By prachi,Updated: 24 May, 2019 10:43 AM
लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। इस बार के चुनावों में मोदी लहर नहीं सुनामी चली है जिसमें विपक्ष पूरी तरह से सिमट कर रह गया है। बिहार की 40 सीटों में से 39 सीटों पर एनडीए का दबदबा रहा। महागठबंधन का घटक दल...
पटनाः लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। इस बार के चुनावों में मोदी लहर नहीं सुनामी चली है जिसमें विपक्ष पूरी तरह से सिमट कर रह गया है। बिहार की 40 सीटों में से 39 सीटों पर एनडीए का दबदबा रहा। महागठबंधन का घटक दल कांग्रेस एक सीट पर सिमट गया है वहीं इन चुनावों में राजद का खाता तक नहीं खुल सका है।
1997 में राजद की स्थापना के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब लालू प्रसाद यादव की पार्टी लोकसभा चुनाव में खाता भी नहीं खोल सकी। वर्तमान समय से राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता हैं। इस समय वह रांची के पेइंग वार्ड में इलाज करवा रहे हैं जिसके चलते महागठबंधन के प्रचार का जिम्मा लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव के कंधों पर था। महागठबंधन ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी।
चुनावी प्रचार के दौरान महागठबंधन मजबूत नजर आ रहा था लेकिन उनकी यह मजबूती धरातल पर नहीं नजर आई। लालू प्रसाद यादव की गैरमौजूदगी उनकी पार्टी कोे काफी भारी साबित हुई। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनावों में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद को 4 सीटें मिली थीं।