Edited By prachi,Updated: 16 Oct, 2018 05:52 PM
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने पर सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। जहां एक तरफ जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने सीएम नीतीश कुमार के इस फैसले का स्वागत किया है वहीं दूसरी तरफ राजद ने इस पर...
पटनाः चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने पर सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। जहां एक तरफ जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने सीएम नीतीश कुमार के इस फैसले का स्वागत किया है वहीं दूसरी तरफ राजद ने इस पर करारा तंज कसा है।
राजद नेता शक्ति सिंह यादव का कहना है कि यह जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गिरती साख का सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जदयू ने यह कांट्रैक्ट पर बहाली की है। एक महीने पहले पार्टी में शामिल हुए व्यक्ति को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया। जदयू का यह फैसला जनता और विपक्ष की समझ से परे है।
राजद नेता का कहना है कि प्रशांत चुनावी रणनीतिकार आवश्यक हैं लेकिन वह राजनीतिज्ञ नहीं हैं। ना ही प्रशांत किशोर को बिहार की राजनीति का कोई ज्ञान है। उन्होंने कहा कि कई सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे लोगों की कोई अहमियत नहीं है।
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर 16 सितंबर को पटना में हुई जदयू कार्यकारिणी की बैठक में बिहार की सत्ताधारी पार्टी में शामिल हुए थे। प्रशांत किशोर को नीतीश कुमार का बहुत करीबी माना जा रहा है।