Edited By prachi,Updated: 19 Oct, 2018 02:05 PM
बिहार के कटिहार जिले से सरकार की स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की भी पोल खोलता एक मामला सामने आया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद सदर अस्पताल से मोर्चरी वाहन के स्थान पर मरे हुए जानवर की तरह बांस में बांध कर ले जाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, मामला...
कटिहारः बिहार के कटिहार जिले से सरकार की स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की पोल खोलता एक मामला सामने आया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद सदर अस्पताल से मोर्चरी वाहन के स्थान पर मरे हुए जानवर की तरह बांस से बांध कर ले जाया गया।
जानकारी के अनुसार, मामला कटिहार के सदर अस्पताल का है। कटिहार-बारसोई रेलखण्ड पर सुधानी आउटर सिग्नल के समीप पटरी किनारे किसी यात्री की गिरने से मौत हो गई। बारसोई रेल पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर शव को बरामद किया। क्षत-विक्षत होने के कारण शव की पहचान नहीं हो पाई। बारसोई रेल पुलिस ने बरामद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव को दो व्यक्ति मोर्चरी वाहन से ले जाने के स्थान पर बांस से बांधकर ऐसे ले जा रहे थे जैसे कोई मृत मवेशी को फेंकने जा रहे हो। बता दें कि सरकार यह दावे करती है कि किसी भी लावारिस शव को सरकार ने लाने-पहुंचाने के लिए सूबे के प्रत्येक जिले में मोर्चरी वाहन की व्यवस्था है। इसके अलावे यह भी कहा जा जाता है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि अपने विकास निधि से मोर्चरी वाहन डोनेट करते हैं लेकिन यह सारी बातें कागजी हैं।