Edited By Deepika Rajput,Updated: 10 Dec, 2018 03:31 PM
बिहार में इन दिनों रालोसपा प्रमुख व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा राजनीति का केंद्र बने हुए हैं। 2019 के चुनाव में दो से ज्यादा सीटें नहीं मिलने के संकेतों के बाद से नाराज कुशवाहा का कड़ा रुख देखने को मिला है। दरअसल, कुशवाहा ने प्रधानमंत्री...
पटनाः बिहार में इन दिनों रालोसपा प्रमुख व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा राजनीति का केंद्र बने हुए हैं। 2019 के चुनाव में दो से ज्यादा सीटें नहीं मिलने के संकेतों के बाद से नाराज कुशवाहा का कड़ा रुख देखने को मिला है। दरअसल, कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। दिल्ली में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कुशवाहा ने इसका आधिकारिक रूप से ऐलान किया है।
इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने बिहार की जनता से किया वादा पूरा नहीं किया। सरकार ने राज्य को स्पेशल पैकेज देने का वादा किया था, जो छलावा निकला। बिहार के विकास के लिए कुछ नहीं किया गया। शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था आज भी अस्तित्वहीन है। बिहार अभी भी वहीं है जहां पहले था।
CM नीतीश पर बोला हमला
उन्होंने कहा कि मैंने एनडीए में अपने शब्दों को दृढ़ता से प्रस्तुत करने का प्रयास किया था, ताकि बिहार के लोग न्याय प्राप्त कर सकें। लेकिन इन सभी प्रयासों के बाद भी बीजेपी बिहार के मुख्यमंत्री के साथ खड़ी रही। नीतीश ने बिहार की जनता के साथ अन्याय किया है। नीतीश का एजेंडा मुझे और मेरी पार्टी को नष्ट करना है।
रालोसपा के साथ हुआ अन्याय
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार चुनाव में सभी सहयोगियों की सीटों में वृद्धि हुई, लेकिन रालोसपा के साथ अन्याय किया गया। कम सीटें देकर हमें कमजोर करने की कोशिश की गई। वहीं अकेले चुनाव लड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि एनडीए को छोड़कर बाकी सभी विकल्प खुले हैं।
RSS के एजेंडे पर चल रही सरकार
देश में मोदी से बेहतर विकल्प न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब परिस्थिति बदल गई है। लोकसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो जाएगा। बीजेपी अपना खाता तक नहीं खोल पाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपने नहीं बल्कि आरएसएस के एजेंडे पर चल रही है।