Edited By prachi,Updated: 22 Nov, 2019 03:34 PM
बिहार में आपराधिक घटनाओं का ग्राफ चरम पर है। यही वजह है कि नेशनल क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट में भी अपराध के मामले में बिहार दूसरे नंबर पर रहा। इसी के चलते अब बिहार पुलिस मुख्यालय गंभीर नजर आ रहा है।
पटनाः बिहार में आपराधिक घटनाओं का ग्राफ चरम पर है। यही वजह है कि नेशनल क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट में भी अपराध के मामले में बिहार दूसरे नंबर पर रहा। इसी के चलते अब बिहार पुलिस मुख्यालय गंभीर नजर आ रहा है। राज्य सरकार के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय ने अपराधियों से निपटने के लिए दंगा निरोधी बल के गठन की तैयारी शुरु कर दी है। अगले साल से यह बल काम करने लगेगा।
सरकार के निर्देश के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय की पहल पर प्रत्येक जिले में बीएमपी और जिला पुलिस के जवानों से दंगा विरोधी बल का गठन किए जाने का प्रस्ताव है। इसके लिए बिहार सैन्य पुलिस के तीन बटालियन का चयन किया गया है। वहीं 55 कंपनियों वाले दंगा निरोधी बल के लिए जमशेदपुर में ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। ट्रेनिंग इस तरीके से दी जा रही है कि थोड़ी सी सख्ती में ही दंगा निरोधी बल हालात पर नियंत्रण कर सके।
खास बात यह है कि इस बल की वर्दी और टोपी अलग रंग की होगी। पटना में जहां इसकी दो कंपनियां तैनात रहेंगी, वहीं प्रदेश के अन्य जिलों में एक-एक कंपनी और छोटे जिलों में आधी कंपनी की तैनाती होगी। डीजी ट्रेनिंग आलोकराज ने बताया कि दंगा निरोधी बल का गठन चयन, प्रशिक्षण, हथियार और ड्रेस पर खास जोर दिया गया है।