Edited By Deepika Rajput,Updated: 22 Apr, 2019 11:57 AM
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दरभंगा से राजद प्रत्याशी अब्दुल बारी सिद्दीकी के ‘वंदे मातरम्' नहीं बोलने वालों की वकालत पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राजद के लोग भारत को टुकड़े-टुकड़े करने की मंशा रखने वालों के साथ है, इसलिए उन्हें...
पटनाः बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दरभंगा से राजद प्रत्याशी अब्दुल बारी सिद्दीकी के ‘वंदे मातरम्' नहीं बोलने वालों की वकालत पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राजद के लोग भारत को टुकड़े-टुकड़े करने की मंशा रखने वालों के साथ है, इसलिए उन्हें राष्ट्रगीत गाने में परेशानी है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने वंदे मातरम् के नारे लगाए और आजादी के बाद इसे राष्ट्रगीत घोषित किया गया। संसद सत्र के समापन पर वंदे मातरम् गाया जाता है। मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि राजद का कोई व्यक्ति यदि सांसद चुना जाता है, तो क्या वह वंदे मातरम् गान के समय चुप रह कर राष्ट्रगीत का अपमान करेगा। मध्य प्रदेश में हर महीने की पहली तारीख को सभी सरकारी कर्मचारी वंदे मातरम् का गानकर देशभक्ति प्रकट करते हैं। कांग्रेस चाहकर भी इस परंपरा को बंद नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि राजद को वंदे मातरम् पर आपत्ति के बजाय देशद्रोह कानून खत्म करने के कांग्रेस के वादे पर सवाल उठाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि अब्दुल बारी सिद्दीकी ने शनिवार को दरभंगा में कहा था कि बिहार की जनता समझती है कि पीएम नरेंद्र मोदी जानबूझ कर एक पक्ष के लोगों को उकसाते हैं। देश में रह रहे सभी लोगों को भारत माता की जय बोलने में कोई दिक्कत नहीं है बल्कि भारत माता की जय बोलने में वे गर्व महसूस करते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को वंदे मातरम् बोलने में परेशानी जरूर है। वे वंदे मातरम् नहीं बोल सकते क्योंकि वह सिर्फ एक ही ईश्वर को मानते हैं। वंदे मातरम् के उच्चारण में कुछ ऐसे बोल हैं जिसके कारण उन्हें वंदे मातरम् बोलने में परेशानी है।