Edited By Nitika,Updated: 05 Apr, 2020 03:39 PM
चीन से फैले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचाई हुई है। महामारी बन चुके इस वायरस ने लोगों को अपनों से ही दूर कर दिया है। ऐसा वक्त आ गया है लोग अपने प्रियजनों को अलविदा कहने के लिए भी तरस रहे हैं। लोग अपनों के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो...
नवादाः चीन से फैले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचाई हुई है। महामारी बन चुके इस वायरस ने लोगों को अपनों से ही दूर कर दिया है। ऐसा वक्त आ गया है लोग अपने प्रियजनों को अलविदा कहने के लिए भी तरस रहे हैं। लोग अपनों के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पा रहे।
ऐसा ही मामला बिहार के नवादा जिले से सामने आया है। यहां एक माता पिता अपने बेटी के अंतिम दर्शन के लिए तरतसे रहे, लेकिन लॉकडाउन के चलते उनको वीडियो कॉल से ही बेटी के अंतिम दर्शन करने पड़े। वहीं इस दौरान मृतका की चार साल की बेटी भी फूूट-फूट कर रोती रही। बताया जा रहा है कि नेशनल प्रिंटिंग प्रेस में वेब सेक्शन के इंचार्ज जितेन्द्र कुमार की बेटी रानी (28) की शादी बिहार के नवादा में हुई थी। पिछले कुछ समय से लड़की बीमार थी, जिसके चलते बुधवार को उसकी मौत हो गई।
वहीं जितेन्द्र कुमार अपनी बेटी के अंतिम संस्कार में जाने अनुमति मांगने डीसी कार्यालय गए, लेकिन वहां बात नहीं बनी। इसके बाद वे डीटीओ कार्यालय पहुंचे। वहां कर्मचारी ने बताया लाॅकडाउन में किसी दूसरे राज्य जाने की मंजूरी नहीं मिल सकती। यह सुनकर लौट आए। इसके बाद जितेन्द्र और उसके परिवार ने मोबाइल पर वीडियो काॅल पर ही बेटी के अंतिम दर्शन किए। मृतका की बेटी चार वर्षीय बेटी सुहानी भी अपने नाना नानी के पास रहती है। मां की आंख बंद और लेटे हुए देख छोटी बच्ची सुहानी भी जोर-जोर से रोने लगी। जितेन्द्र कुमार ने बताया कि बेटी का अंतिम फोन बुधवार रात 12 बजे आया था। वे रोते हुए कह रही थी कि पापा अब हम नहीं बचेंगे। मां को लेकर आ जाइए।