Edited By Ramanjot,Updated: 04 Jun, 2020 01:20 PM
बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति तेज हो गई है। 07 जून को होने वाली भाजपा की वर्चुअल रैली के विरोध में जहां पहले राजद ने ''गरीब अधिकार दिवस'' मनाने की घोषणा की। वहीं अब वामदलों ने भी इस दिन को ''विश्वासघात-धिक्कार दिवस'' के...
पटनाः बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति तेज हो गई है। 07 जून को होने वाली भाजपा की वर्चुअल रैली के विरोध में जहां पहले राजद ने 'गरीब अधिकार दिवस' मनाने की घोषणा की। वहीं अब वामदलों ने भी इस दिन को 'विश्वासघात-धिक्कार दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया है।
बुधवार को पटना में आयोजित एक संयुक्त बैठक में वामदलों के नेताओं नेवामदलों के नेताओं ने आरोप लगाया कि सात जून को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली जले पर नमक छिड़कने के जैसा है, इसलिए वामदल इस दिन विश्वासघात-धिक्कार दिवस मनाएंगे। इस दौरान भोजन, रोजगार और कोरोना से सुरक्षा की गारंटी करो के नारे लगाए जाएंगे।
वहीं इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया कि राजद के दबाव में भाजपा ने नौ जून की प्रस्तावित वर्चुअल रैली को अब सात जून को करने का निर्णय किया है। इनकी संवेदनहीनता के प्रतिकार में राजद भी अब सात जून को ही 'गरीब अधिकार दिवस' मनाएगी। उन्होंने कहा कि राजद के सभी कार्यकर्ता, समर्थक और बिहारवासी सात जून को अपने-अपने घर के बाहर सुबह 11 बजे थाली-कटोरा बजाएंगे।