Edited By Nitika,Updated: 31 Mar, 2020 02:38 PM
देशभर में जहां एक तरफ कोरोना महामारी के चलते 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। वहीं दूसरी तरफ इस लॉकडाउन के बीच बिहार में मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई है। कोरोना संदिग्ध की सूचना देने पर युवक को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया।
सीतामढ़ीः देशभर में जहां एक तरफ कोरोना महामारी के चलते 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। वहीं दूसरी तरफ इस लॉकडाउन के बीच बिहार में मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई है। कोरोना संदिग्ध की सूचना देने पर युवक को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस मामले में पुलिस के द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, घटना सीतामढ़ी जिले के रून्नीसैदपुर थाने की है, जहां पर 20 वर्षीय बबलू कुमार नाम के एक युवक ने मुंबई से गांव लौटे मुन्ना कुमार महताे और सुधीर कुमार महताे नाम के 2 युवक की सूचना कंट्रोल रूम में दी। इसके बाद 24 मार्च को डॉक्टरों की टीम दोनों युवकों को जांच के लिए ले गई। कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं होने पर दोनों को छोड़ दिया गया। घर पहुंचते ही दोनों युवकों ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ युवक को पीटकर मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार
वहीं इस घटना के बाद युवक को अकेला पाकर दोनों युवकों ने उसे पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। बता दें कि मृतक युवक के पिता ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी । साथ ही पुलिस के द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।