Edited By prachi,Updated: 28 Dec, 2019 04:20 PM
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एआईएमआईएम प्रमुख असदु्द्दीन औवेसी की रविवार को किशनगंज में होने वाली रैली से किनारा कर लिया है। अब मांझी ने झारखंड में हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने का ऐलान किया है।
पटना/रांचीः हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एआईएमआईएम प्रमुख असदु्द्दीन औवेसी की रविवार को किशनगंज में होने वाली रैली से किनारा कर लिया है। अब मांझी ने झारखंड में हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने का ऐलान किया है।
औवेसी की रैली में शामिल होने के मांझी के फैसले से बिहार में विपक्षी महागठबंधन की भौहें तन गई थीं क्योंकि उनकी पार्टी कांग्रेस और राजद समेत पांच दलों के महागठबंधन का हिस्सा है। महागठबंधन ने औवेसी की पार्टी को भाजपा की बी-टीम करार दिया था। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और 'हम' के संस्थापक अध्यक्ष मांझी ने शनिवार को कहा कि सोरेन ने उन्हें फोन करके शपथ ग्रहण समारोह में आशीर्वाद देने के लिए कहा है, लिहाजा उन्होंने यह फैसला लिया। सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की विरोधी विभिन्न राजनीतिक हस्तियों के शरीक होने की संभावना है।
मांझी ने कहा कि सोरेन का फोन आने के बाद मैंने सोचा कि झारखंड बिहार का पड़ोसी राज्य है और इस समारोह का राजनीतिक महत्व होगा क्योंकि इसमें कई मुख्यमंत्रियों और राजनीतिक नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। जब सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध की बात आती है तो वे सभी वहीं खड़े हैं जहां मैं खड़ा हूं। लिहाजा, मैंने किशनगंज जाने के बजाए रांची जाने का फैसला लिया है।
हैदराबाद से सांसद औवेसी की रैली में शामिल होने के मांझी के फैसले से महागठबंधन में कड़ा विरोध हुआ था। राजद और कांग्रेस ने औवेसी की पार्टी को भाजपा की बी टीम करार दिया था। माना जा रहा है कि मांझी ने इस विवाद को शांत करने के लिए यह फैसला लिया। इससे पहले मांझी शुक्रवार तक किशनगंज जाने पर अडे़ हुए थे क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ हर मोर्चे पर संघर्ष करना चाहिए।
मांझी ने शनिवार को राजद के खिलाफ अपने लहजे में भी नरमी बरती, जिसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव से कुछ दिन से उनकी अनबन चल रही है। मांझी ने कहा कि वह रांची में चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे तेजस्वी के पिता लालू यादव से मुलाकात करने की कोशिश करेंगे।