Edited By Nitika,Updated: 10 May, 2020 01:44 PM
बिहार में जहां एक तरफ कोरोना वैश्विक महामारी का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ अब गर्मी शुरू होने के साथ ही चमकी बुखार ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं।
पटनाः बिहार में जहां एक तरफ कोरोना वैश्विक महामारी का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ अब गर्मी शुरू होने के साथ ही चमकी बुखार ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। इतना ही नहीं अब श्रमिकों को वापस लाने पर भी सियासत गरमाई हुई है। इसी के चलते राज्य की विपक्षी पार्टियों के द्वारा सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए जाना स्वाभाविक है। वहीं अब राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है।
लालू यादव ने ट्वीट कर पूछा है कि, बिहार की नीतीश कुमार सरकार को अपने 15 वर्ष के शासनकाल का हिसाब देने में क्या दिक्कत है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'बिहार सरकार अपना, नैतिक, प्राकृतिक, आर्थिक, तार्किक, मानसिक, शारीरिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, व्यवहारिक, न्यायिक, जनतांत्रिक और संवैधानिक चरित्र एवं संतुलन पूरी तरह खो चुकी है। लोकलाज तो कभी रही ही नहीं. लेकिन जनादेश डकैती का तो सम्मान रख लेते। राजद अध्यक्ष ने लिखा कि 15 बरस का हिसाब देने में कौनो दिक्कत बा?'
बता दें कि इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि अब केंद्र और राज्य सरकार का गरीब विरोधी चेहरा सामने आ गया है। साथ ही तेजस्वी ने श्रमिकों को वापस लाने के लिए 50 ट्रेनों की पेशकश की थी। इसके अतिरिक्त चुनावी रणनीतिकार ने भी कहा था कि बाहर फंसे बिहार के लोगों के लिए कुछ नहीं करने वाले नीतीश कुमार अब कह रहे हैं कि केंद्र ने उनके सुझाव पर ट्रेनें शुरू की हैं।