Edited By Ramanjot,Updated: 22 May, 2020 01:29 PM
लॉकडाउन के बीच अपने बीमार पिता को साइकिल पर बैठाकर दरभंगा पहुंची एक 15 वर्षीय लड़की की हाल ही में तस्वीरें वायरल हुई थीं। इन तस्वीरों ने बच्ची जिंदगी बदल डाली है। दरअसल, भारतीय साइकिलिंग महासंघ (सीएफआई) ने ज्योति नामक इस लड़की को क्षमतावान करार देते...
दरभंगाः लॉकडाउन के बीच अपने बीमार पिता को साइकिल पर बैठाकर दरभंगा पहुंची एक 15 वर्षीय लड़की की हाल ही में तस्वीरें वायरल हुई थीं। इन तस्वीरों ने बच्ची जिंदगी बदल डाली है। दरअसल, भारतीय साइकिलिंग महासंघ (सीएफआई) ने ज्योति नामक इस लड़की को क्षमतावान करार देते हुए उसे ट्रायल का मौका दिया है। अगर वह सीएफआई के मानकों पर खरा उतरती है तो उसे विशेष ट्रेनिंग और कोचिंग मुहैया करवाई जाएगी।
महासंघ ने निदेशक वीएन सिंह ने कहा कि हम हमेशा प्रतिभावान खिलाड़ियों की तलाश में रहते हैं। वहीं अगर ज्योति में क्षमता है तो उसकी पूरी मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर वह हमारे मापदंड पर खरा उतरती है तो उसे ट्रेनिंग और कोचिंग शिविर में डाल सकते हैं। विदेशों से आयात की गई साइकिलों से उसे ट्रेनिंग करवाएंगे।
बता दें कि दरभंगा जिले के सिरहुल्ली गांव निवासी मोहन पासवान गुरुग्राम में रहकर ऑटो चलाता था और अपने परिवार का भरण पोषण करता था। इस दौरान वह हादसे का शिकार हो गया। इसकी सूचना मिलते ही अपने पिता की देखभाल करने के लिए उनकी 15 वर्षीय बेटी दरभंगा से गुरुग्राम आ गई। इसी बीच देशव्यापी लॉकडाउन के कारण उनके आगे रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया।
इतनी परेशानियों को देखते हुए बेटी ज्योति ने अपने पिता को अपने घर ले जाने का संकल्प लिया। ज्योति ने अपने पिता को एक बैग के साथ साइकिल पर बैठाया। इसके बाद 8 दिनों का लंबा सफर तय कर बेटी अपने पिता को लेकर दरभंगा पहुंची। अपने घर पहुंचने पर पिता ने बेटी से कहा- ये वास्तव में मेरी 'श्रवण कुमारी' है।