Edited By prachi,Updated: 10 Apr, 2019 12:39 PM
बिहार की राजधानी पटना में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल बुधवार को तीसरे दिन भी जारी है। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। इलाज के अभाव के कारण अब तक 15 मरीजों की मौत हो चुकी है। जूनियर डॉक्टरों की...
पटनाः बिहार की राजधानी पटना में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल बुधवार को तीसरे दिन भी जारी है। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। इलाज के अभाव के कारण अब तक 15 मरीजों की मौत हो चुकी है।
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) एवं नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। लोग लगातार डॉक्टरों के सामने गुहार लगा रहे हैं लेकिन डॉक्टर उनकी एक भी सुनने को तैयार नहीं हैं।
गौरतलब है कि राजधानी के जूनियर डॉक्टर सोमवार से हड़ताल पर हैं। पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. शंकर भारती के अनुसार, राज्य के मेडिकल कॉलेजों में एम्स के छात्रों का पीजी में नामांकन लिया जा रहा है। यह राज्य के छात्रों के हित में नहीं है इसलिए राज्य के छात्रों ने इसका विरोध करने का निर्णय लिया है।