Edited By prachi,Updated: 21 Aug, 2019 01:14 PM
आरक्षण को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा दिए बयान के चलते बिहार की सियासत में मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। विरोधियों के बाद अब भाजपा की सहयोगी जदयू ने भी मोहन भागवत के बयान पर सवाल खड़े किए हैं। जदयू के नेता और बिहार...
पटनाः आरक्षण को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा दिए बयान के चलते बिहार की सियासत में मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। विरोधियों के बाद अब भाजपा की सहयोगी जदयू ने भी मोहन भागवत के बयान पर सवाल खड़े किए हैं।
जदयू के नेता और बिहार सरकार में मंत्री श्याम रजक ने कहा है कि आरक्षण से खिलवाड़ करने पर दिल टूटेगा और अगर दिल टूटा तो देश भी टूटेगा। उन्होंने कहा कि आरएसएस को आरक्षण पर चर्चा बंद कर देनी चाहिए। इस पर जब भी चर्चा की बात होती है देश का दलित कई तरह की आशंकाओं से घिर जाता है।
श्याम रजक ने आरएसएस की नीयत पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जिस संगठन के लोग आरक्षण की बात करते हैं, वे पहले यह बताएं कि उसमें कितने लोग आरक्षित हैं? आरक्षण दलितों के लिए था लेकिन फायदा किन लोगों को मिल रहा है?
वहीं इससे पहले राजद नेता तेजस्वी यादव भी मोहन भागवत के बयान को लेकर भाजपा और आरएसएस पर निशाना साध चुके हैं। राजद सांसद मनोज झा ने भी कहा था कि आरक्षण को लेकर आग से खेलने की कोशिश हो रही है। ऐसा हुआ तो लोग सड़कों पर उतरेंगे।
जदयू नेता के इस बयान पर भाजपा ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेता और विधायक नितिन नवीन ने कहा है कि आरएसएस समाज के हर वर्ग के विकास के लिए काम करता है इसलिए कोई कुछ भी बोले उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।