Edited By prachi,Updated: 12 Dec, 2018 03:54 PM
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणामों के बाद से जहां एक तरफ भाजपा विरोधियों के निशाने पर आ गई है वहीं दूसरी तरफ राज्य की सत्ताधारी पार्टी जदयू की भी मुसीबतें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। जदयू एक बार फिर बिहार से बाहर खुद को साबित करने में असफल हो...
पटनाः पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणामों के बाद से जहां एक तरफ भाजपा विरोधियों के निशाने पर आ गई है वहीं दूसरी तरफ राज्य की सत्ताधारी पार्टी जदयू की भी मुसीबतें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। जदयू एक बार फिर बिहार से बाहर खुद को साबित करने में असफल हो गई है।
जदयू ने राज्यस्थान और छत्तीसगढ़ में अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन पार्टी के किसी भी उम्मीदवार को जीत हासिल नहीं हुई। जदयू ने राजस्थान में 12 उम्मीदवारों को उतारा था लेकिन सभी को हार मिली है। वहीं छत्तीसगढ़ में भी पार्टी के द्वारा 12 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया था। छत्तीसगढ़ में जदयू के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त कर दी गई है।
इससे पहले नीतीश कुमार ने कर्नाटक में भी जदयू के उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतारा था। वहां पर भी उनके प्रत्याशियों की जमानत रद्द कर दी गई थी। बता दें कि सभी प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने के लिए जमानत के रूप में चुनाव आयोग के पास एक निश्चित रकम जमा करनी होती है। जब प्रत्याशी निश्चित प्रतिशत मत हासिल नहीं कर पाता तो उसकी जमानत जब्त हो जाती है यानी यह राशि आयोग की हो जाती है।