Edited By prachi,Updated: 17 Nov, 2018 02:26 PM
आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सीट बंटवारे को लेकर बिहार एनडीए में खींचतान जारी है। सीट बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी(रालोसपा) के साथ एनडीए का पेच फंसा हुआ है। इसको लेकर शनिवार को पटना में रालोसपा की कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक के...
पटना: आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सीट बंटवारे को लेकर बिहार एनडीए में खींचतान जारी है। सीट बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी(रालोसपा) के साथ एनडीए का पेच फंसा हुआ है। इसको लेकर शनिवार को पटना में रालोसपा की कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक के बाद रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं।
बैठक के बाद यह फैसला लिया जा सकता है कि रालोसपा एनडीए में बनी रहेगी या उससे अलग होकर महागठबंधन का दामन थाम लेगी। इससे पहले कुशवाहा ने शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलने के लिए समय की मांग की। अभी तक कुशवाहा को अमित शाह से मुलाकात करने का समय नहीं मिल पाया है।
गौरतलब है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा और जदयू के समान सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही थी जिसके बाद से रालोसपा में सीटों के बंटवारे को लेकर हलचल तेज हो गई है। बिहार एनडीए रालोसपा को दो सीटों पर चुनाव लड़ने का न्यौता दे रही है वहीं उपेंद्र कुशवाहा इस अॉफर को ठुकरा चुके हैं। वह तीन सीटों की मांग कर रहे हैं।
उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर उनके लिए नीच शब्द उपयोग करने का आरोप लगाया है। इसके बाद से कुशवाहा लगातार सीएम नीतीश पर हमला बोल रहे हैं। वहीं एनडीए की सहयोगी पार्टी लोजपा ने कुशवाहा के इन आरोपों को गलत बताया है। जदयू भी कुशवाहा के आरोपों पर करारा पलटवार कर चुकी है। इसी के चलते कुशवाहा एनडीए में अकेले पड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।