Edited By prachi,Updated: 14 Oct, 2018 01:26 PM
बिहार के खगड़िया जिले में अपराधियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में शहीद हुए पसराहा थाना के प्रभारी रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। रविवार की सुबह शहीद जवान का शव उनके पैतृक गांव सहरसा के सरोजा पहुंचा। शहीद को मुखाग्नि उनके नन्हे पुत्र शौर्य...
सहरसाः बिहार के खगड़िया जिले में अपराधियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में शहीद हुए पसराहा थाना के प्रभारी रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। रविवार की सुबह शहीद जवान का शव उनके पैतृक गांव सहरसा के सरोजा पहुंचा। शहीद को मुखाग्नि उनके नन्हे पुत्र शौर्य ने दी। इस दौरान वहां मौजूद हर शख्स की आंखे नम हो गई।
शहीद के अंतिम संस्कार में जिले का कोई भी वरिष्ठ अधिकारी शामिल नहीं हुआ। इसके चलते इलाके के लोगों में आक्रोश देखने को मिला। अंतिम संस्कार के वक्त केवल सिमरीबख्तियारपुर की एसडीपीओ मृदुला कुमारी उपस्थित रहीं। इसके अतिरिक्त अंतिम संस्कार में सूबे के लघु सिंचाई व आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव शामिल रहे।
शुक्रवार की शाम खगड़िया जिले में परबत्ता थाना क्षेत्र के दुधैला बहियार में अपराधियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में पसराहा थाना के प्रभारी शहीद हो गए तथा एक सिपाही इस मुठभेड़ में घायल हो गया। थाना प्रभारी ने अपनी अंतिम सांस तक बदमाशों का सामना किया और इस मुठभेड़ में दो अपराधियों को भी मार गिराया। इस घटना के बाद से शहीद थाना प्रभारी के पैतृक गांव और परिवार वालों में मातम का माहौल फैला हुआ है।
बिहार पुलिस के अधिकारियों ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। इसके साथ ही बिहार पुलिस एसोसिएशन ने मृतक थाना प्रभारी के परिजनों को एक करोड़ देने की मांग की है। इस घटना के बाद राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए हैं और विपक्षी पार्टियों ने एक बार फिर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है।