Edited By prachi,Updated: 29 Aug, 2018 03:55 PM
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। जहां एक तरफ लालू को गुरुवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट में सरेंडर करना हैं वहीं दूसरी तरफ लालू के छोटे बेटे तेजस्वी के खिलाफ मानहानि और जानबूझ कर शांति भंग करने का केस...
मुजफ्फरपुर: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। जहां एक तरफ लालू को गुरुवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट में सरेंडर करना हैं वहीं दूसरी तरफ लालू के छोटे बेटे तेजस्वी के खिलाफ मानहानि और जानबूझ कर शांति भंग करने का केस दर्ज कर लिया गया है।
बुधवार को इस मामले में मुजफ्फरपुर की सीजेएम कोर्ट में सुनवाई की गई। सीजेएम कोर्ट ने आईपीसी की धारा 500 और 504 के तहत बुधवार को केस स्वीकार किया है। दर्ज धाराओं में अधिकतम दो साल की सजा का प्रावधान है। इस मामले की अगली सुनवाई 20 सितंबर को होगी। नीतीश सरकार के मंत्री सुरेश शर्मा ने तेजस्वी के खिलाफ मुजफ्फरपुर मामले में उनका नाम घसीटने के चलते परिवाद दर्ज करवाया था।
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 34 बच्चियों के साथ यौन शोषण के मामले का खुलासा हुआ है। इस मामले में बालिका गृह को चलाने वाले एनजीओ के संचालक ब्रजेेश ठाकुर को मुख्य आरोपी बनाया गया है। नीतीश के मंत्री के ब्रजेश ठाकुर के साथ संबंध होने की बात सामने आई थी जिसको लेकर तेजस्वी ने मंत्री के इस्तीफे की मांग की। इस पर मंत्री ने तेजस्वी के खिलाफ मानहानि का परिवाद दर्ज किया।