Edited By prachi,Updated: 12 Feb, 2019 04:41 PM
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मंगलवार को राज्य का दो लाख पांच सौ एक करोड़ रुपए का बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने शायराना अंदाज में विपक्ष पर करारा तंज कसा। सुशील मोदी ने सबसे पहले शायरी करते हुए कहा कि नजर को बदलो, तो नजारे बदल जाते हैं सोच...
पटनाः बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मंगलवार को राज्य का दो लाख पांच सौ एक करोड़ रुपए का बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने शायराना अंदाज में विपक्ष पर करारा तंज कसा।
सुशील मोदी ने सबसे पहले शायरी करते हुए कहा कि नजर को बदलो, तो नजारे बदल जाते हैं सोच को बदलो, तो सितारे बदल जाते हैं, कश्तियां बदलने की जरुरत नहीं, दिशा को बदलो, तो किनारे खुद-ब-खुद बदल जाते हैं। इसके बाद मोदी ने शराबबंदी को गलत बताने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि नशा पिला के गिराना तो सबको आता है, मजा तो तब है जब गिरतों को थाम ले साकी।
इसके अतिरिक्त भी डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने बजट पेश करने के दौरान शायरी पढ़ी जो इस प्रकार है-
- हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती, लहरों से डरकर नैया पार नहीं होती।
- तीर खाने का हवस है तो जिगर पैदा कर, सरफरोशी की तमन्ना है तो सर पैदा कर।
- टूटने लगे हौसले तो याद रखना, बिना मेहनत के तख्तो ताज नहीं मिलते।
- ढूंढ लेते हैं अंधेरे में मंजिल अपनी, क्योंकि जुगनू रोशनी के मोहताज नहीं होते।
- लहरों को साहिल की दरकार नहीं होती हौसला बुलंद हो तो कोई दीवार नहीं होती, जलते हुए चिराग ने आंधियों से कहा कि उजाला देने वालों की कभी हार नही होती।