Edited By Deepika Rajput,Updated: 08 Apr, 2019 01:26 PM
बिहार में जूनियर डॉक्टर सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह से बेहाल हो गई है। इलाज ना मिलने से निराश परिजन मरीजों को लेकर घर लौटने को मजबूर हो रहे हैं।
पटनाः बिहार में जूनियर डॉक्टर सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह से बेहाल हो गई है। इलाज ना मिलने से निराश परिजन मरीजों को लेकर घर लौटने को मजबूर हो रहे हैं।
पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. शंकर भारती का कहना है कि राज्य के मेडिकल कॉलेजों में एम्स के छात्रों का पीजी में नामांकन लिया जा रहा है। यह राज्य के छात्रों के हित में नहीं है। इसलिए राज्य के छात्रों ने इसका विरोध करने का निर्णय लिया है। छात्रों का कहना है कि सरकार जब तक उनकी मांगों को स्वीकार नहीं करती, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
बता दें कि, राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में लगभग 500 पीजी सीटें हैं। इसमें 50 फीसदी केंद्रीय कोटे से भरी जाती हैं। मात्र 50 फीसदी सीटों पर राज्य के छात्रों का नामांकन हो पाता है। ऐसे में एम्स के छात्रों को नामांकन देने पर प्रदेश के छात्र पीजी में नामांकन से वंचित हो जाएंगे।