Edited By prachi,Updated: 21 Apr, 2019 11:47 AM
लोकसभा चुनावों को लेकर विभिन्न पार्टियों के राजनेता रैलियां कर रहे हैं। इसी दौरान लगातार राजनेताओं के द्वारा दिए गए विवादित बयान सामने आ रहे हैं। उनके बयानों पर चुनाव आयोग सख्त रुख अपनाते हुए उन्हें नोटिस भी जारी कर रहा है लेकिन इसका राजनेताओं पर...
दरभंगाः लोकसभा चुनावों को लेकर विभिन्न पार्टियों के राजनेता रैलियां कर रहे हैं। इसी दौरान लगातार राजनेताओं के द्वारा दिए गए विवादित बयान सामने आ रहे हैं। उनके बयानों पर चुनाव आयोग सख्त रुख अपनाते हुए उन्हें नोटिस भी जारी कर रहा है लेकिन इसका राजनेताओं पर कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है। इसी क्रम में बिहार के दरभंगा जिले में महागठबंधन से राजद के प्रत्याशी अब्दुल बारी सिद्दीकी ने विवादित बयान दिया है।
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि उन्हें और उनके समर्थकों को भारत माता की जय बोलने में कोई एतराज नहीं है लेकिन वंदे मातरम बोलने में परेशानी है। दरभंगा में मीडिया से बात करते हुए सिद्दीकी ने नाथूराम गोडसे को देश का पहला आतंकवादी करार देते हुए कहा कि भाजपा में हिम्मत है तो वे गोड्से मुर्दाबाद के नारे लगाए। उनके इस बयान पर भाजपा ने करारा जवाब दिया है।
भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि सिद्दीकी को पहले कठमुल्लावाद मुर्दाबाद का नारा लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय विरोधी सिद्दीकी को जनता जरूर सबक सिखाएगी। वहीं सिद्दीकी के बयान पर जदयू ने भी करारा तंज कसा है। पार्टी के प्रवक्ता अजय आलोक ने तंज कि सिद्दीकी जी आप किसका असर हुआ है, ओवैसी का या तेजस्वी का?