Edited By Ramanjot,Updated: 01 Jun, 2020 03:12 PM
पूरे बिहार में आज गंगा दशहरा का त्योहार मनाया जा रहा है। एक तरफ जहां कोरोना महामारी से सचेत और सतर्क कई श्रद्धालु सोमवार को गंगा दशहरा के अवसर पर अपने-अपने घरों में ही पूजा-अर्चना कर रहे हैं। वहीं कई जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां भी उड़ी।
पटनाः पूरे बिहार में आज गंगा दशहरा का त्योहार मनाया जा रहा है। एक तरफ जहां कोरोना महामारी से सचेत और सतर्क कई श्रद्धालु सोमवार को गंगा दशहरा के अवसर पर अपने-अपने घरों में ही पूजा-अर्चना कर रहे हैं। वहीं कई जगहों पर श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ाई।
दरअसल, बिहार के भागलपुर जिले में गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। बाढ़ के उत्तरवाहिनी गंगा घाट उमानाथ पर लोगों ने गंगा स्नान के नाम पर लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा दी। लोग भारी भीड़ के बीच आते-जाते दिखाई दिए। कई जगह पर तो जाम की स्थिति बन गई। वहीं भीड़ के आगे प्रशासन भी आंखें बंद किए खड़ा रहा।
क्यों मनाया जाता है ‘गंगा दशहरा’
गंगा नदी की महत्ता को देखते हुए ‘गंगा दशहरा’ ज्येष्ठ शुक्ल दशमी तिथि को मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन गंगा का अवतरण धरती पर हुआ था। इस दिन गंगा स्नान, गंगा जल का प्रयोग और दान करना विशेष लाभकारी होता है। इस दिन गंगा की आराधना करने से पापों से मुक्ति मिलती है। कहा जाता है कि गंगा में डुबकी लगाने से 10 पापों से छुटकारा मिल जाता है। आम तौर पर आज के दिन श्रद्धालु गंगाघाट पर पूजा करते हैं और फिर पानी में डुबकी लगाते हैं।