Edited By Deepika Rajput,Updated: 12 Nov, 2018 11:27 AM
लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ रविवार से शुरू हो गया है। नहाय-खाय से शुरू हुए इस महापर्व के दूसरे दिन सोमवार को छठ व्रती दिन भर बिना जलग्रहण किए उपवास रखने के बाद सूर्यास्त होने पर खरना करेंगे।
पटना: लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ रविवार से शुरू हो गया है। नहाय-खाय से शुरू हुए इस महापर्व के दूसरे दिन सोमवार को छठ व्रती दिन भर बिना जलग्रहण किए उपवास रखने के बाद सूर्यास्त होने पर खरना करेंगे। इस दौरान वह भगवान भास्कर की पूजा करेंगे और बाद में दूध और गुड़ से बने खीर का प्रसाद सिर्फ एक बार खाएंगे। इसके बाद से श्रद्धालुओं का करीब 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाएगा।
पर्व के तीसरे दिन छठ व्रती शाम को नदी, तालाबों सहित विभिन्न जलाशयों में पहुंच कर डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। पर्व के अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही व्रतियों का व्रत समाप्त हो जाएगा।
गौरतलब है कि, श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए बिहार सरकार के पुख्ता इंतजाम किए हैं। छठ घाटों की साफ-सफाई का खास ध्यान रखा गया है। एनडीआरएफ की 5 टीम पटना में और 9 टीमें पूरे बिहार में मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त 70 से ज्यादा नाव का इंतजाम किया गया है। तीन जगहों पर मेडिकल कैंप लगाए गए हैं ताकि लोगों को जल्द से जल्द मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके।