Edited By prachi,Updated: 14 Oct, 2018 02:23 PM
बिहार के खगड़िया जिले में पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में पसराहा के थाना प्रभारी आशीष कुमार सिंह की जान बच सकती थी अगर उनके पास बुलेट प्रूफ जैकेट होता। वह अपनी सुरक्षा का ध्यान रखे बिना मुठभेड़ के स्थान पर पहुंच गए। खगड़िया जिले में...
पटनाः बिहार के खगड़िया जिले में पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में पसराहा के थाना प्रभारी आशीष कुमार सिंह की जान बच सकती थी अगर उनके पास बुलेट प्रूफ जैकेट होता। वह अपनी सुरक्षा का ध्यान रखे बिना मुठभेड़ के स्थान पर पहुंच गए।
खगड़िया जिले में परबत्ता थाना क्षेत्र के दुधैला बहियार में अपराधियों से लोहा लेने के लिए जब पसराहा के थाना प्रभारी आशीष कुमार सिंह पहुंचे तो उन्हें वहां मौजूद अपराधियों की संख्या का भी कोई अंदाजा नहीं था। इसके साथ ही ना ही उनके पास बुलेट प्रूफ जैकेट थी और ना ही अत्याधुनिक हेलमेट।
आशीष कुमार जैसे ही झोंपड़ी के अंदर दाखिल हुए तो अपराधियों ने उन पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। पांच गोलियां आशीष के पेट और सीने में लगी। इसके बाद भी वह मैदान में डटे रहे। चार और गोलियां थाना प्रभारी के सीने और पेट में लग गई जिससे उनकी मौत हो गई। अगर बिहार पुलिस ने उन्हें बुलेट प्रूफ जैकेट की सुविधा उपलब्ध करवाई होती तो एक बहादुर जवान हमारे बीच जीवित होता और हमला करने वाले गिरोह के सारे अपराधी भी मारे जाते।
गौरतलब है कि शुक्रवार की शाम को बिहार के खगड़िया जिले में परबत्ता थाना क्षेत्र के दुधैला बहियार में अपराधियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में पसराहा थाना के प्रभारी आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए। इसके साथ एक सिपाही भी इस मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हो गया।