Edited By prachi,Updated: 18 Jun, 2019 06:16 PM
बिहार में ‘एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम'' (एईएस) से 130 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। इसके मद्देनजर विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में स्थित बिहार भवन के बाहर प्रदर्शन किया और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार...
पटना/नई दिल्लीः बिहार में ‘एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम' (एईएस) से 130 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। इसके मद्देनजर विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में स्थित बिहार भवन के बाहर प्रदर्शन किया और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इस्तीफा मांगा।
प्रदर्शनकारियों ने केंद्र और बिहार सरकार पर बीमारी के प्रकोप को रोकने में गंभीर नहीं होने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य में स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था बिगड़ गई है। कई प्रदर्शनकारियों ने तख्तियां पकड़ी हुई थी जिन पर प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की गई है। अन्य तख्तियों पर लिखा था कि नीतीश कुमार और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे इस्तीफा दें।
कई महिला कार्यकर्ताओं ने चाणक्यपुरी में स्थित बिहार भवन के बाहर नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। कुमार को कभी ‘सुशासन बाबू' कहा जाता था। बहरहाल, प्रदर्शनकारियों ने बाद में नई दिल्ली में बिहार के रेजिडेंट आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि हम व्यथित हैं और सरकार से अनुरोध करते हैं कि मरीजों को पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराएं, खासतौर पर मुजफ्फरपुर में। उन्होंने एईएस के प्रकोप पर व्यापक अध्ययन की मांग की।