Edited By ,Updated: 12 Jun, 2016 02:34 PM
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अस्वस्थ्य होने की वजह से सक्रिय राजनिति से भले ही अलग हो गए हो लेकिन भारतीय जनता पार्टी की हो रही का राष्टीय कार्यकारिणी की बैठक...
इलाहाबाद: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अस्वस्थ्य होने की वजह से सक्रिय राजनिति से भले ही अलग हो गए हो लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हो रही का राष्टीय कार्यकारिणी की बैठक के मददेनजर लगे होर्डिंग्स और बैनर से स्पष्ट है कि आज भी उनका क्रेज बरकरार है। होर्डिंग्स और बैनर के शहर में तब्दील इलाहाबाद वाजपेयी के साथ ही मोदीमय नजर आ रहा है। सामूहिकता के दावे करने वाली भाजपा के इस कार्यक्रम में तैयार किए गए वालराइटिंग,झण्डे बैनर हर जगह मोदी ही मोदी नजर आ रहे है।
पार्टी के बुजुर्ग और वरिष्ठतम नेता वाजपेयी के चित्र तकरीबन हर बैनर और होर्डिंग्स पर नजर आ रहे है। भाजपा संरक्षक मण्डल के सदस्य और पूर्व उपप्रधानमंत्री लााल कृष्ण आडवानी और वरिष्ठ नेता डा. मुरली मनोहर जोशी भी किसी किसी होर्डिंग्स और बैनर में नजर आ रहे है। डा. जोशी ने लोकसभा में इलाहबाद संसदीय क्षेत्र का 10 साल प्रतिनिधित्व किया था। हालांकि मंच पर बैनर पर मोदी, अमित शाह, वाजपेयी के साथ आडवानी के चित्र को भी जगह मिली है।
विशेषज्ञों के अनुसार पिछड़े वर्ग से पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष देने के बाद अब संगठन के लोग पार्टी के पारम्परिक समर्थक ब्राह्माणों को अपने साथ जोड़े रखना चाहती है। माना जा रहा है कि इसीलिए वाजपेयी को भाजपा की हो रही राष्टीय कार्यकारिणी की बैठक के मददेनजर लगी अधिकतर होर्डिंग्स, बैनर और पोस्टर में काफी तवज्जो दिया गया है।
होर्डिंग्स और बैनर में वरूण गांधी को भी काफी तरजी दी गई है। उनके समर्थकों ने भावी मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने के कोशिश की हालकि इस पर पार्टी का कोई नेता बोलने को तैयार नहीं है। इस बीच पार्टी के स्थानीय नेता राम प्यारे शुक्ल का कहना है कि हर 12 साल पर आने वाले कुंभ की तरह इलाहाबाद के लोग 12 साल बाद यहां प्रधानमंत्री की रैली देखेगें। इससे पहले वाजपेयी 2004 में बतौर प्रधानमंत्री यहां आए थे।