Edited By ,Updated: 24 Sep, 2016 05:46 PM
धर्म और आध्यात्म की नगरी काशी वैसे तो मोक्ष की नगरी के नाम से जानी जाती है। कहा जाता है यहां प्राण त्यागने वाले हर इन्सान को भगवन शंकर खुद मोक्ष प्रदान करते हैं।
वाराणसी(केएन शुक्ला): उड़ी हमले को लेकर देश में पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है। साधू संतों से लेकर किन्नरों तक इस हमले की निंदा की है और पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात कही है। किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामण्डलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने भारत सरकार से मांग रखी है कि किन्नर समाज का एक अलग बटालियन तैयार किया जाए। वे पाकिस्तान को दुनिया के नक्शे से मिटा देंगे। आचार्य महामण्डलेश्वर ने ये बयान यहां गंगा आरती में आगमन संस्था के द्वारा बेटी बचाओ अभियान के दौरान दिया।
किन्नर बटालियन बनाने की मांग
संस्था के द्वारा बेटी बचाओ अभियान में किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामण्डलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी सहित कई अखाड़े के पीठाधीश्वर और महंथों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर जब महामण्डलेश्वर से उड़ी हमले के बारे में बात की गई तो उन्होंने भारत सरकार से मांग रखी कि किन्नर समाज का एक अलग बटालियन तैयार किया जाए। वे पाकिस्तान को दुनिया के नक्शे से मिटा देंगे। उन्होंने बताया कि हमारे आगे पीछे कोई नहीं है। पाकिस्तान कायरों जैसी हरकत कर हमारे वीर जवानों को मार रहा है। हम पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दे सकते हैं। उड़ी की घटना से हमारे अंदर भी आक्रोश है।
पाकिस्तान को दुनिया के नक्शे से मिटा देंगे
दिल्ली पीठ की पीठाधीश्वर भावनी मां ने कहा अखाड़ा बनने के बाद लोग हमें सम्मान के नजर से देखते हैं। सरकारों से कहना चाहते हैं कि मां का लाल कब तक शहीद होगा। पाकिस्तान को जबाब देना होगा। हमें भी मौका चाहिए, पाकिस्तान को वल्र्ड के नक्शे से मिटा देंगे। आखिर हम भी इंसान हैं, हमें भी दर्द होता है, जब हमारे जवानों की मौत होती है।
हमारा पूरा समाज करता है पाकिस्तान का विरोध
लखनऊ पीठ की पीठाधीश्वर सुधा तिवारी ने कहा कि किन्नर ही आतंकियों को जवाब दे सकते हैं। जवानों की जान सस्ती नहीं है। हम भी देश के लिए कुछ करना चाहते हैं। पाकिस्तान का विरोध हमारा पूरा समाज करता है।
कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ लोगों को करेंगे जागरूक
संस्था के संस्थापक सचिव डॉ. संतोष ओझा ने बताया कि पोस्टर लांचिंग के पूर्व गंगा पूजन कर मां को साक्षी मानते हुए भ्रूण ह्त्या न करने की शपथ भी दिलायी गयी। जारी किये गये पोस्टर को अगले 6 महीने में आगमन संस्था द्वारा 10 हजार घरों के दरवाजों पर लगाया जएगा।
उड़ी हमले में 18 जवानों की मौत
गौरतलब है कि भारत प्रशासित कश्मीर के उड़ी सेक्टर में सैन्य छावनी पर बीते 18 सितंबर को तड़के हुए चरमपंथी हमले में 17 सैनिकों की मौत हो गई। सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में चार चरमपंथियों की भी मौत हुई। पठानकोट हमले के बाद ये सबसे बड़ा चरमपंथी हमला है। इस हमले के बाद देश में जबरदस्त गुस्सा है।