Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 07:11 PM
हल्द्वानी में बस अड्डे (आईएसबीटी) के निर्माण को लेकर सरकार और नेता प्रतिपक्ष आमने-सामने हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में इस भूमि पर प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शुरू हो चुका था लेकिन राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के बाद इसके निर्माण...
देहरादून: हल्द्वानी में बस अड्डे (आईएसबीटी) के निर्माण को लेकर सरकार और नेता प्रतिपक्ष आमने-सामने हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में इस भूमि पर प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शुरू हो चुका था लेकिन राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के बाद इसके निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई। इसका कारण यह बताया कि निर्माण स्थल पर खुदाई के दौरान मनुष्य की हड्डियां मिल रही हैं लेकिन बस अड्डे के निर्माण पर रोक लगाने की असली वजह कुछ और है।
पुरातत्व विद्वान यशोधर ने कहा कि इस स्थल पर पहले मृत बच्चों को दफनाया जाता था। इस कारण से भाजपा सरकार ने आईएसबीटी के प्रोजेक्ट पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि इसे अब हल्द्वानी में ही किसी दूसके स्थान पर बनाया जाएगा।
बता दें कि यह प्रोजेक्ट कांग्रेस नेता इंदिरा हृदयेश का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। इंदिरा का कहना है कि भाजपा सरकार ने इसको रुकवाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा भूतप्रेत और अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाली पार्टी है, उसके इस स्वभाव का असर राज्य के विकास कार्यों पर पड़ रहा है।