Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Oct, 2017 04:09 PM
उत्तराखंड के परिवहन विभाग में घोटाले का मामला प्रकाश में आया है। विभाग के कमर्चारी और अधिकारी इस घोटाले के चलते एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संगठन ने विभाग में घोटाला होने की बात कही है वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों ने इस बात को...
देहरादूनः उत्तराखंड के परिवहन विभाग में घोटाले का मामला प्रकाश में आया है। विभाग के कर्मचारी और अधिकारी इस घोटाले के चलते एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संगठन ने विभाग में घोटाला होने की बात कही है वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों ने इस बात को खारिज किया है।
कर्मचारियों का कहना है कि उत्तराखंड के परिवहन विभाग में डीलर पॉएंट के जरिए नई गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन करने से कार्यालय को हानि का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि इस प्रक्रिया में एक करोड़ 20 लाख रुपए के राजस्व का नुक्सान हुआ है।
परिवहन सचिव डी सैंथिल पांडियन ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि यह आंकड़े बिल्कुल गलत हैं। पांडियन का कहना है कि जो कर्मचारी यह आरोप लगा रहे हैं, यह उनकी साजिश है। उन सब कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिवहन मंत्री ने की बैठक
परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संगठन और अफसरों की बैठक बुलाई। सभी विषयों पर चर्चा करते हुए मंत्री ने 16 अक्टूबर से डीलर पॉएंट के जरिए रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी है।