Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Feb, 2018 06:15 PM
उत्तराखंड सरकार जम्मू वैष्णों देवी माता मंदिर की तरह खुद का प्रसाद सभी मंदिरों में लागू करने जा रही है, जिससे राज्य की 6 हजार से ज्यादा ग्रामीण महिलाओं को रोजगार भी मिलने जा रहा है। इसके लिए सरकार ने प्रसाद योजना तैयार की है, जिसका संचालन महिला समूह...
देहरादून(कुलदीप रावत): उत्तराखंड सरकार जम्मू वैष्णों देवी माता मंदिर की तरह खुद का प्रसाद सभी मंदिरों में लागू करने जा रही है, जिससे राज्य की 6 हजार से ज्यादा ग्रामीण महिलाओं को रोजगार भी मिलने जा रहा है। इसके लिए सरकार ने प्रसाद योजना तैयार की है, जिसका संचालन महिला समूह द्वारा किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, इस योजना के अन्तर्गत गांव की महिलाएं अपने समूह के द्वारा मंदिरों में चढ़ाए जाने वाले प्रसाद की पोटलियां और टोकरियां तैयार करेंगी। इससे जहां ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मिलेगा वहीं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने शुक्रवार को महिला समूह के द्वारा बनाए प्रसाद का शुभारंभ किया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि उत्तराखंड वैसे तो देवभूमि है ही लेकिन लगभग सवा 600 ऐसे मंदिर हैं जिन पर देश-विदेश के हजारों श्रद्धालुओं की अटूट श्रद्धा है।
इसी के चलते ऐसे मंदिरों में चढाए जाने वाले प्रसाद को योजना के अन्तर्गत राज्य की ग्रामीण महिलाएं तैयार करेंगी। इससे राज्य की 6250 महिलाओं के रोजगार का इंतजाम सरकार ने अपनी ओर कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह का मंदिरों में प्रसाद को लेकर कहना है की यह कांग्रेस के समय की योजना है।