Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 02:30 PM
उत्तराखंड के 300 करोड़ रुपए के एनएच 74 मुआवजा घोटाले की जांच अब सीबीआई के स्थान पर एसआईटी के द्वारा की जा रही है। एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए रुद्रपुर के निलंबित अनिल शुक्ला और लालकुआं के प्रभारी तहसीलदार मोहन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।
रुद्रपुर(यामीन अहमद मलिक): उत्तराखंड के 300 करोड़ रुपए के एनएच 74 मुआवजा घोटाले की जांच अब सीबीआई के स्थान पर एसआईटी के द्वारा की जा रही है। एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए रुद्रपुर के निलंबित अनिल शुक्ला और लालकुआं के प्रभारी तहसीलदार मोहन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसआईटी ने अपनी जांच को तेज करते हुए किसानों तक भी कार्रवाई को पहुंचा दिया है। एसआईटी का कहना है कि इस घोटाले में किसानों का भी उतना ही हाथ है जितने कि अन्य अधिकारी का है। बता दें कि एसआईटी ने घोटाले के फरार आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी करवाकर कार्रवाई शुरु कर दी है। एसआईटी के द्वारा जगह- जगह पर छापेमारी की जा रही है।
एसएसपी सदानंद दाते ने बताया कि कई फरार किसानों ने अधिकारियों के साथ मिलकर सरकार के साथ करोड़ो रुपए का घपला किया है। उन किसानों के साथ- साथ एक निलंबित पीसीएस अधिकारी एनएच नगन्याल के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट कोर्ट से प्राप्त कर लिया है। इसके बावजूद भी अगर आरोपी एसआईटी के सामने पेश नहीं हुए तो उन आरोपियों की संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा।