Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Feb, 2018 01:25 PM
उत्तराखंड में बजट सत्र करवाने की कार्य योजना बदल चुकी है और यह भी तय हो गया है कि दे भिन्न-भिन्न स्थानों पर सत्र करवाने के स्थान पर सिर्फ गैरसैंण में ही करवाया जाए।
देहरादून: उत्तराखंड में बजट सत्र करवाने की कार्य योजना बदल चुकी है और यह भी तय हो गया है कि दे भिन्न-भिन्न स्थानों पर सत्र करवाने के स्थान पर सिर्फ गैरसैंण में ही करवाया जाए। इस पर राज्यपाल डॉ.कृष्ण कांत पॉल की मोहर लगनी थी, लेकिन इससे पहले सरकार की ओर से पुराने प्रस्ताव में बदलाव कर दिया गया है।
विधायकों ने किया विरोध
राज्यपाल की ओर से प्रस्ताव पर मोहर लगती उससे पहले विधायकों की ओर से विरोध शुरू हो गया। कुछ विधायक गैरसैंण में 15 दिनों तक नहीं टिकना चाहते हैं। गैरसैंण में बुनियादी सुविधाओं का अभाव इसका प्रमुख कारण बताया जा रहा है। कुछ विधायक ऐसे भी हैं, जो पूरा का पूरा बजट सत्र गैरसैंण में ही करवाना चाहते हैं।
बातचीत कर लिया निर्णय
दोनों ओर से संसदीय कार्यमंत्री पर बजट सत्र की कार्ययोजना को बदलने का दबाव बनाया जा रहा था। इसी दबाव के कारण प्रकाश पंत ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से बातचीत की और कार्यक्रम को बदलने का निर्णय लिया गया। नए प्रस्ताव में यह तय हुआ है कि सारा बजट सत्र गैरसैंण में आयोजित किया जाएगा।
पहले दोनों में होना था बजट सत्र
गौरतलब है कि बजट सत्र को लेकर संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत की ओर से राज्यपाल को भेजे गए प्रस्ताव में वर्ष 2018-19 का बजट सत्र 20 से 23 फरवरी को देहरादून में और 14 से 28 मार्च तक गैरसैंण में करवाने का फैसला हुआ था।