Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Feb, 2018 06:59 PM
उत्तराखंड में लालकुआं के गौला नदी के साथ लग रहे कई क्षेत्रों में इन दिनों अवैध खनन का कारोबार खुलेआम किया जा रहा है। वन विभाग और पुलिस प्रशासन के आपसी झगड़े के बीच खनन रोकने वाली एजेंसी ने छापेमारी करनी छोड़ दी है। इसी के बीच खनन माफियाओं के हौसले...
नैनीताल(तारा जोशी): उत्तराखंड में लालकुआं के गौला नदी के साथ लग रहे कई क्षेत्रों में इन दिनों अवैध खनन का कारोबार खुलेआम किया जा रहा है। वन विभाग और पुलिस प्रशासन के आपसी झगड़े के बीच खनन रोकने वाली एजेंसी ने छापेमारी करनी छोड़ दी है। इसी के बीच खनन माफियाओं के हौसले ओर बुलंद होते दिखाई दे रहें हैं।
जानकारी के अनुसार, एक युवक को पीटने के अपराध में पुलिस ने वन विभाग के गश्ती दल के 4 लोगों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया। इसके बाद अवैध खनन के लिए बनाई गई गश्ती टीम ने पुलिस प्रशासन पर सहयोग ना करने का आरोप लगाते हुए हड़ताल कर दी। इसी दौरान खनन माफियाओं ने इसका फायदा उठाकर दिन-रात गोला नदी में जेसीबी लगाकर अवैध खनन किया।
बता दें कि मामला मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचने के बाद जिलाधिकारी और एसएसपी को खुद पूरे मामले पर हस्तक्षेप करते हुए लालकुआं कोतवाली पुलिस और वन विभाग के कर्मचारियों के बीच बातचीत करवानी पड़ी। अवैध खनन के इस खेल में पिछले एक महीने में गश्ती दल 80 से अधिक गाड़ियों को जब्त कर चुका है। एसएसपी नैनीताल जन्मेजय खंडूरी ने कहा कि सारे मामले की जांच सीओ हल्द्वानी को सौंप दी गई है। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक जॉइंट टीम बनाकर अवैध खनन के खिलाफ ऑपरेशन चलाया जाएगा।