Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 08:34 PM
जिस क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट बिल एवं नेशनल मेडिकल बिल को लेकर पूरे देश के चिकित्सकों में नाराजगी है, उस बिल में केंद्र सरकार ने बदलाव के संकेत दिए हैं। दून पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि ...
देहरादून/ब्यूरो। जिस क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट बिल एवं नेशनल मेडिकल बिल को लेकर पूरे देश के चिकित्सकों में नाराजगी है, उस बिल में केंद्र सरकार ने बदलाव के संकेत दिए हैं। दून पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि यह बिल ऐसा नहीं है कि इसमें संशोधन की संभावना ही न हो। जिस तरह से जीएसटी और नोटबंदी की योजनाओं में समय के अनुसार परिवर्तन किया गया, उसी तरह से इसमें भी बदलाव की गुंजाइश है।
केंद्रीय राज्य मंत्री शर्मा देहरादून में चिकित्सा संघ देहरादून के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा कि इस बिल को बेहतर बनाने के लिए लगातार चिंतन चल रहा है। इसमें बदलाव की पूरी संभावना है जिस पर हमारी सरकार काम कर रही है। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने चिकित्सकों को भी अपनी जिम्मेदारी समझने की नसीहत दी।
उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को इस बात पर चिंतन करना चाहिए कि वह कौन सी वजह होती है जिससे चिकित्सक और मरीज के रिश्तों में बदलाव आ रहा है। जब हम इस बात को समझ लेंगे, तो आधी समस्या का समाधान हो जाएगा। केंद्रीय राज्य मंत्री के इस बयान से तो साफ है कि क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एवं नेशनल मेडिकल बिल के प्रावधानों में शिथिलता लाई जा सकती है। लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि इसमें किस तरह का बदलाव होगा।