Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 04:01 PM
चिकित्सा संघ देहरादून इकाई के कार्यक्रम में पहुँचे केंद्रीय राज्य मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि नोटबन्दी और जीएसटी की तरह ही क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट बिल एवं नेशनल मेडिकल बिल में संसोधन की गुंजाइश है और सरकार इस दिशा में काम भी ...
देहरादून/ब्यूरो। चिकित्सा संघ देहरादून इकाई के कार्यक्रम में पहुँचे केंद्रीय राज्य मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि नोटबन्दी और जीएसटी की तरह ही क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट बिल एवं नेशनल मेडिकल बिल में संसोधन की गुंजाइश है और सरकार इस दिशा में काम भी कर रही है।
हालांकि उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। इस बात पर चिंतन होना चाहिए कि वो कौन सी वजह है जिस कारण डॉक्टर और मरीज के रिश्ते में बदलाव आ रहा है।