Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Mar, 2018 02:40 PM
सरकारी तथा सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए उत्तराखंड सरकार ने शैक्षिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ का गठन कर एक कार्ययोजना तैयार की है। इसके अन्तर्गत निजी स्कूलों की तरह छात्रों की मासिक आकलन परीक्षा के अतिरिक्त हर महीने अभिभावक...
देहरादून: सरकारी तथा सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए उत्तराखंड सरकार ने शैक्षिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ का गठन कर एक कार्ययोजना तैयार की है। इसके अन्तर्गत निजी स्कूलों की तरह छात्रों की मासिक आकलन परीक्षा के अतिरिक्त हर महीने अभिभावक शिक्षक बैठक का भी प्रावधान रखा गया है।
शासनादेश में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को सुढृढ़ करने के लिए इस कार्ययोजना का अपने स्तर पर लगातार निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। शासनादेश में बताया गया है कि राज्य के सभी राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा एक से 12 तक अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राओं का महीने के अंतिम सप्ताह के सोमवार और मंगलवार को मासिक आकलन परीक्षा कराई जा रही है। इन दिनों में अवकाश होने की स्थिति में इससे पहले के कार्य दिवस में परीक्षा कराई जाएगी।
आदेश में कहा गया है कि मासिक आकलन परीक्षा मुख्यमंत्री डैशबोर्ड में परफार्मेंस इंडीकेटर के रूप में दर्ज है जिसकी समीक्षा समय-समय पर मुख्यमंत्री या मुख्य सचिव करेंगे। कार्ययोजना के तहत छात्रों को उपयोगी कॅरियर का चयन करने तथा उसकी संभावनाओं के बारे में बताने के लिए ‘बाल सखा’ नाम का पोर्टल शुरू किया गया है।