Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 07:01 PM
उत्तर प्रदेश के बरेली में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां गरीबी के चलते एक युवक की भूख से मौत हो गई। गरीबी की वजह से पिछले 3...
बरेलीः उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में दिलदहला देने वाला एक मामला सामने आया है, जहां गरीबी के चलते एक युवक की भूख से मौत हो गई। गरीबी की वजह से पिछले 3 दिनों से घर में खाना नहीं बना था। वहीं प्रशासन इस मामले की जांच में जुट गया है।
घर में एक अन्न का दाना तक नहीं था
जानकारी के मुताबिक भमोरा थाना क्षेत्र के गांव कुड़रिया इखलासपुर में छोटी सी झोपडी में एक बूढी मां और उसके पास पड़ी उसके बेटे की लाश के सिवा कुछ नहीं है।उस झोपड़ी में अन्न का एक दाना नहीं है। हालात बद से बदत्तर है। भूख से मौत की खबर मीडिया में आते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर लेखपाल और तहसीलदार जांच करने पहुंच गए।
तीन दिन से भूखा रहा युवक, मौत
वही मृतक नेमचंद्र की मां और उनके रिश्तेदारों का कहना है कि घर में खाने को कुछ भी नहीं है। गांववाले और रिश्तेदार घर पर कभी-कभी खाना भेज दिया करते थे। जिससे उसका गुजरा हो जाता था। बूढी मां का कहना है कि राशन कार्ड बना है और राशन भी मिला है। लेकिन बेटे को फलिस का अटैक पड़ने की वजह से राशन बेचकर उसकी दवा ले आई थी। तीन दिनों से घर में खाना नहीं बना था। जिसके चलते युवक की मौत हो गई।
परिवार की हालत काफी दयनीय
मौके पर पहुंचे लेखपाल सिवा कुशवाहा ने मामले की जांच की। लेखपाल का कहना है कि नेमचंद्र के परिवार की हालत काफी दयनीय है। घर में खाने को भी कुछ नहीं है। जांच करने से पता चला है कि नेमचंद्र की मौत भूख से हुई है।
कटघरे में सरकार और प्रशासन
गौरतलब है की 2 दिन पहले ही गरीबी के चलते अपने पति के इलाज के लिए एक मां ने अपने 15 दिन के मासूम को 42 हजार रूपए में बेच दिया था। इसके आलावा कुछ महीने पहले फतेहगंज पश्चिमी में भी एक महिला की भूख से मौत हो गई थी और अब एक बार फिर भूख से मौत का मामला सामने आने से सरकार और प्रशासन कटघरे में है।