Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Sep, 2017 04:00 PM
यह कठोर सत्य है कि चाहे प्रदेश में कोई भी सरकार आ जाए, लेकिन घूसखोरी, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी कम होने वाली नहीं है, जहां प्रदेश में पूर्व की सपा सरकार के चलते मिट्टी खनन, बालू खनन खुले आम होता था...
फर्रुखाबादः यह कठोर सत्य है कि चाहे प्रदेश में कोई भी सरकार आ जाए, लेकिन घूसखोरी, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी कम होने वाली नहीं है, जहां प्रदेश में पूर्व की सपा सरकार के चलते मिट्टी खनन, बालू खनन खुले आम होता था। लेकिन कुछ भाजपा नेता ही खनन माफियाओं से मदद मिलने पर अवैध खनन कराने पर उतारू हो गए हैं।
वहीं एसडीएम सदर अजीत सिंह ने बढ़पुर ब्लॉक के गांव पपियापुर में अवैध खनन का प्रमाण देते हुए सपा नेता के तीन ट्रैक्टरों को पकड़ कर सेंट्रल जेल चौकी में खड़ा कर दिया। उसके बाद जिले में खनन विभाग के प्रभारी सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे तो कुछ भाजपा नेता भी उन ट्रैक्टरों को छुड़ाने के लिए वहां पहुंच गए लेकिन इस दौरान मीडिया को देख भाजपा नेता रफ्फू चक्कर हो गए।
बता दें कि प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा 10 ट्राली मिट्टी खनन की परमीशन किसानों को दी गई है, लेकिन खनन माफिया किसानों को लालच देख कर 10 ट्राली की परमीशन एसडीएम कार्यालय में साठगांठ करके ले लेते हैं। उसके बाद 10 ट्राली खनन करने की जगह 100 ट्राली खनन करते हैं, साथ ही उसके लिए दर्जनों टैक्टर लगाते हैं। हैरत कि बात ये है कि जो प्रसाशन अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए बना है वह खुद तीन दिन में 10 ट्राली मिट्टी खनन की परमीशन देता है।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि अवैध खनन का जो मामला जिले में चल रहा है। वह तहसील दिवस में मेरी जानकारी में आया है। मैंने तत्काल प्रभाव से आदेश जारी किए है कि जिले में किसी भी प्रकार से अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा। जो भी खनन करते हुए पकड़ा जाता है। उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। चाहे वह खनन करने वाले हों या कर्मचारी। गलत काम करने वाले के साथ किसी प्रकार से कोई समझौता नहीं किया जायेगा।