Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Dec, 2017 09:44 AM
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 93वें जन्मदिवस के मौके पर लखनऊ, कानपुर, मेरठ, बरेली, इलाहाबाद और वाराणसी समेत विभिन्न मंडलों की जेलों में बंद 93 कैदियों को रिहा किया गया है। रिहा किए गए कैदी अपनी मूल सजा पूरी कर चुके थे मगर जुर्माने की राशि...
लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 93वें जन्मदिवस के मौके पर लखनऊ, कानपुर, मेरठ, बरेली, इलाहाबाद और वाराणसी समेत विभिन्न मंडलों की जेलों में बंद 93 कैदियों को रिहा किया गया है। रिहा किए गए कैदी अपनी मूल सजा पूरी कर चुके थे मगर जुर्माने की राशि न देने के कारण जेलों में बंद थे। सूत्रों ने बताया कि लखनऊ मंडल से 6, कानपुर से 22, मेरठ से 10 और बरेली से 16 कैदी रिहा किए गए। इसके अलावा इलाहाबाद, गोरखपुर और वाराणसी समेत अन्य स्थानों से भी कैदी रिहा करने की प्रक्रिया पूरी की गई।
सिंह ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री के 93वें जन्मदिन के अवसर पर 93 कैदियों को जेल से रिहा करने का फैसला किया गया था। इन कैदियों ने अपनी जेल की सजा पूरी कर ली थी लेकिन इन पर जो जुर्माना लगाया गया था और वे इसे नहीं भर पाने की वजह से रिहा नहीं हो पा रहे थे। इन सभी कैदियों का जुर्माना भरने के लिए जेल विभाग ने विभिन्न स्वंय सेवी संस्थाओं और ट्रस्ट आदि की मदद ली।
ऐसे कैदियों की संख्या 135 थीं जिनमें से 93 की सूची बनाई गई और उन्हें सोमवार को रिहा कर दिया गया। वाजपेयी ने लखनऊ लोकसभा सीट का 5 बार 199, 1996, 1998, 1999 और 2004 में प्रतिनिधित्व किया था। उसके बाद वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में लालजी टंडन लखनऊ के सांसद बने जबकि वर्ष 2014 में राजनाथ सिंह यहां से सांसद निर्वाचित हुए थे।