Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Dec, 2017 08:06 AM
यूपी की योगी सरकार अब तक बजट का बड़ा हिस्सा खर्च नहीं कर पाई है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि सरकार ने वित्तीय अनुशासन और सख्ती तो दिखाई पर अब तक कुल प्रावधानित बजट का एक तिहाई हिस्सा ही खर्च किया है....
लखनऊ: यूपी की योगी सरकार अब तक बजट का बड़ा हिस्सा खर्च नहीं कर पाई है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि सरकार ने वित्तीय अनुशासन और सख्ती तो दिखाई पर अब तक कुल प्रावधानित बजट का एक तिहाई हिस्सा ही खर्च किया है, जबकि वित्तीय वर्ष समाप्त होने में महज 3 माह शेष बचे हैं। विपक्ष ने सरकार को इस मुद्दे पर घेरना शुरू कर दिया है।
राज्य के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल इन आरोपों को गलत बताते हैं कि राज्य सरकार पैसे नहीं खर्च कर रही, उनका कहना है कि सरकार लगातार विकास योजनाओं को आगे बढ़ा रही है और अधूरी योजनाओं के लिए अनुपूरक बजट लाई है। हालांकि वित्त मंत्री विभागीय योजनाओं को लेकर सरकार द्वारा स्वीकृतियां न जारी करने के आरोप को टाल गए। सरकार को घेरने के लिए समाजवादी पार्टी के एम.एल.सी. सुनील साजन ने आरोप लगाया कि सरकार बजट खर्च नहीं कर पा रही है और विकास का जुमला पढ़ रही है।
अखिलेश के राज में शुरू हुई श्रवण यात्रा को योगी सरकार ने किया बंद
पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार में शुरू की गई धार्मिक श्रवण यात्रा को योगी सरकार ने बंद कर दिया है। सरकार का कहना है कि आर्थिक बोझ बढ़ने की वजह से जनहित में यह फैसला लिया गया है।
दरअसल बस्ती से भाजपा के विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए सवाल पूछा कि बुजुर्गों को मुफ्त में धार्मिक यात्रा करवाने वाली योजना श्रवण यात्रा के तहत रजिस्ट्रेशन क्यों बंद है। इस सवाल के जवाब में योगी सरकार में धार्मिक मामले के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि योजना को जनहित में बंद किया गया है, क्योंकि इसकी वजह से सरकार पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ रहा था।