Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 12:24 PM
योगी सरकार में एकमात्र मुस्लिम मंत्री मोहसीन रजा आरोपों के घेरे में आ गए है।
लखनऊ: योगी सरकार में एकमात्र मुस्लिम मंत्री मोहसीन रजा आरोपों के घेरे में आ गए है। उनके ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए गए है। आरोप है कि रजा ने वक्फ की जमीने बेच दी है। बताया गया है कि 2010 में पावर ऑफ अटॉर्नी के तहत अपनी मां जाहिदा बेगम के नाम जमीनों को बेच दिया गया।
जानकारी के अनुसार मंत्री रजा पर आरोप है कि उन्होंने वक्फ की जमीने बेंची है।मामला उन्नाव के सफीरपुर के मेन बाजार का है। चौंकाने वाली बात ये है कि मोहसीन रजा भी सफीपुर के ही रहने वाले है। उस जगह वक्फ की 505 गज जमीन है जिसको तीन बार में बेंचा गया, वहां अब दुकाने बनी है। एनडीटीवी के हवालें से मिली जानकारी के मुताबिक पहली बार इस जमीन को 27.12.2005 में बेंचा गया था उसके बाद 9.8.2006 और तीसरी बार 29.3.2011 में बेंची गई। इस जमीन की कीमत 2 करोड़ से भी अधिक बताई जा रही है।
मामले की छानबीन के बाद ये बात सामने आई कि 1937 में अलिया बेगम ने इस जमीन को वक्फ को दान किया था। तभी से रजा का परिवार इसकी देखरेख कर रहा था। यह मामला तब सामने आया जब एक सफीपुर के निवासी मसरूर हसन ने वक्फ बोर्ड में शिकायत की। इस मामले में जब बोर्ड ने जांच की तो रजा के परिवार को दोषी पाया गया। इसके लिए 13.1.16 में नोटिस भेजा गया। इसको लेकर छह हफ्ते का समय दिया गया लेकिन जवाब देने के लिए कोई नहीं गया। उनकी तरफ से बस इतना कहा गया कि ये जमीन वक्फ की नहीं है इसलिए कोई कार्रवाई न की जाए।
वक्फ बोर्ड ने उनके जवाब से संतुष्ट ने होकर 13.4.17 को उन्नाव कलेक्टर को कहा कि धारा के अंतर्गत बेंची गई संपत्ति पर वक्फ को कब्जा दिलाया जाए और आरोपियों पर मुकदमा कराया जाए। इसको लेकर मोहसीन ने भी अपना बचाव करना चाहा और उनके मामा ने बोर्ड को जवाब दिया जहां ये जमीन है वहां आज भी मकान बना है जो बेंचा नहीं। एक तरफ तो योगी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त उत्तर प्रदेश की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ उन्ही के मंत्री घोटालों के घेरे में आ गए हैं।