Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jan, 2018 12:42 PM
यूपी पुलिस आए दिन अपने कारनामों के चलते सुर्खियों में बनी रहती है। ताजा मामला मेरठ जिले का है। जहां पुलिस को एफआईआर लिखने की इतनी जल्दी थी कि पुलिस ने आरोपी द्वारा चलाई गोली...
मेरठः यूपी पुलिस आए दिन अपने कारनामों के चलते सुर्खियों में बनी रहती है। ताजा मामला मेरठ जिले का है। जहां पुलिस को एफआईआर लिखने की इतनी जल्दी थी कि पुलिस ने आरोपी द्वारा चलाई गोली को चाकू में तब्दील कर दिया। जिसके चलते पीड़ित परिवार दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है और आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं।
दरअसल मामला मेरठ के थाना रोहटा क्षेत्र के कैथवाडी गांव का है। जहां बीते 22 फरवरी को कैथवाड़ी निवासी अजय कुमार अपने किसान पिता श्याम सिंह के लिए घर से दूध लेकर जा रहा था। उसी समय उसने देखा कि जमीनी विवाद में गांव के राजपाल, राहुल और शनि ने उनके पिता को गोली मार दी। इस मामले में तीनों के खिलाफ जानलेवा हमले का केस दर्ज हुआ। केस की जांच रोहटा थाने में तैनात इंस्पेक्टर रामचंद्र ने की।
इसके बाद इस मामले की जांच एसआई राघव को सौंपी गई। एसआई ने भी यहीं एफआईआर अदालत में पेश कर दी। अदालत में पेश एफआईआर में पुलिस ने मामले को कोई ओर ही दिशा प्रदान कर दी। पुलिस ने एफआईआर में जानलेवा हमले में तंमचे से चलाई गई गोली को चाकू में तब्दील कर दिया। पीड़ित के बेटे अजय ने अपने पिता का इलाज मेरठ के सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र रोहटा में कराया था। जिसकी मेडिकल रिपोर्ट में भी पुलिस को दिखाई। मेडिकल रिपोर्ट में भी हमला तंमचे से निकली गोली से ही हुआ था। लेकिन लापरवाह पुलिस के कारण पीड़ित दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है।