Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 05:31 PM
केंद्रीय पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस, उद्यमिता और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि गन्ने के ठूंठ और कचरे से पेट्रोल बनाने की योजनाओं प...
लखनऊः केंद्रीय पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस, उद्यमिता और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि गन्ने के ठूंठ और कचरे से पेट्रोल बनाने की योजनाओं पर सरकार कार्य कर रही है।
प्रधान ने कहा कि गन्ने का जो बचा हुआ ठूंठ होता है, उससे पेट्रोल बनाने की एक बड़ी योजना पर सरकार काम कर रही है। देश में कचरे से पेट्रोल बनाने की योजना पर भी काम चल रहा है। प्रधान ने यहां एलपीजी के 300 नए वितरकों को आशय पत्र वितरण के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहा उत्तर प्रदेश में 700 करोड़ की लागत से तीन बाटलिंग संयंत्र भी लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा प्रयास किसानों की आय दोगुनी करने पर है। सरकार 40 रुपए प्रति लीटर की दर से एथनाल खरीदेगी। इससे किसानों की आय दोगुनी करने का भी प्रयास होगा।उन्होंने बताया कि एलपीजी से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण के लिए देशभर में एक हजार एलपीजी पंचायतों का भी आयोजन किया जाएगा।
एलपीजी पर सब्सिडी कटौती पर प्रधान ने कहा कि सरकार का एलपीजी की सब्सिडी कटौती पर कोई प्रस्ताव नहीं है। जो लोग एलपीजी बिना सब्सिडी के खरीद सकते हैं अगर वे स्वत: सब्सिडी छोड़ देंगे तो गरीबों को एलपीजी मिलने में और भी आसानी होगी। प्रधान ने कहा कि उत्तर प्रदेश से 2016 में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत हुई थी। आज 13 महीनों में प्रदेश के 62 लाख घरों में इस योजना के तहत गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। पूरे देश में 21 करोड़ 85 लाख लोग रसोई गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि एलपीजी सामाजिक परिवर्तन का बहुत बड़ा कारण बन सकता है। प्रधानमंत्री उज्जवजा योजना को योगी ने अच्छे दिनों के आने का प्रमाण बताया। इस मौके पर 300 नए एलपीजी वितरकों को आशय पत्र प्रदान किए गए। साथ ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नोडल अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।