Edited By ,Updated: 01 Mar, 2016 03:17 PM
यूपी पुलिस भले ही कहे कि वह जनता के दिलों में अपनी जगह बनाने का लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन मित्र पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आ ही जाता है।
नोएडा: यूपी पुलिस भले ही कहे कि वह जनता के दिलों में अपनी जगह बनाने का लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन मित्र पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आ ही जाता है। ऐसा ही एक वाक्या एक बार फिर सामने आया है। मामला उत्तर प्रदेश के नोएडा जनपद का है। मनचलों के छेड़छाड़ से परेशान छात्रा के परिजनों ने आरोपी के खिलाफ थाने में शिकायत की। पुलिस ने छेड़छाड के मामले में दंबगों को गिरफ्तार करने के बजाए उल्टे छात्रा के परिजनों पर ही अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया।
अपहरण का आरोप में छेड़छाड़ की शिकार युवती के विकलांग पिता समेत परिवार के अन्य लोगों पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया है। वहीं पुलिस अधिकारियों कहना है कि कोर्ट के आदेश पर अपहरण का मामला दर्ज किया गया है और मामला फर्जी लग रहा है। जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।
दनकौर के एक कॉलेज में पढऩे वाली पीड़िता का आरोप है कि आए दिन गांव का एक युवक उसके साथ छेडख़ानी और अश्लील हरकतें करता था। छेड़छाड़ से तंग आकर लड़की ने परिजनों को आपबीती बताई जिसके बाद परिजनों ने युवक को समझाया लेकिन छेड़छाड़ और धमकी का सिलसिला जारी रहा जिससे परेशान होकर परिवार वालों ने पुलिस में शिकायत कराई।
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि लड़की की शिकायत पर जेवर थाने के दरोगा पवन कुमार तत्काल कार्रवाई करने की बजाए उनपर ही फैसले का दबाव बनाने लगे। इसके बाद पीड़िता के परिजनों को पुलिस थाने ले गई और मारपीट की। अत्याचार से तंग पीड़ित परिवार खौफ में है और न्याय की उम्मीद लगाए हैं। वहीं पुलिस अपहरण के मामले को फर्जी बता रही है और मामले की जांच कर मुकदमा ख़ारिज करने की बात कर रही है।