Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Mar, 2018 06:04 PM
उत्तर प्रदेश की जेलों में इन दिनों मौत बांटी जा रही है। गोरखपुर, मेरठ समेत प्रदेश की आधा दर्जन जेलों के कैदी दहशत में है, क्योंकि एड्स का खतरा उनके सर पर मौत बनकर मंडरा रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में पिछले...
मेरठः उत्तर प्रदेश की जेलों में इन दिनों मौत बांटी जा रही है। गोरखपुर, मेरठ समेत प्रदेश की आधा दर्जन जेलों के कैदी दहशत में है, क्योंकि एड्स का खतरा उनके सर पर मौत बनकर मंडरा रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में पिछले एक महीने में 2 बंदियों में एचआईवी पॉजिटिव की पुष्टि हुई है । गाजियाबाद के डासना मसूरी स्थित जिला कारागार में 27 एचआईवी पॉजिटिव कैदी पाए गए हैं। अब तक मेरठ जेल में 10 बंदियों में एड्स की पुष्टि हो चुकी है। जिनका फिलहाल इलाज चल रहा है।
दरअसल गोरखपुर जेल में 24 कैदियों को एड्स होने का मामला शासन स्तर तक गूंजने के बाद प्रदेश के सभी जिलों में बंदियों में एचआईवी की जांच कराई गई। इसके बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। मेरठ सीएमओ राजकुमार के मुताबिक जिला कारागार में 10 बंदियों में एचआईवी एड्स की पुष्टि हुई है। महीने में 2 बार जेल में कैंप लगाकर सभी बंदियों की जांच कराई जा रही है।
सीएमओ मान रहे है कि इनमें कुछ बंदी पहले से एचआईवी पॉजिटिव थे। बता दें कि गोरखपुर में पिछले दिनों 24 कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए थे इसके बाद प्रदेशभर की सभी 70 जिलों में बंदियों का टेस्ट कराया गया। इसमें मेरठ गोरखपुर सहित बरेली ,इलाहाबाद, लखनऊ, फैजाबाद, आगरा, वाराणसी और कानपुर समेत कई जिलों में 256 कैदी बंदियों में एड्स की बीमारी पाई गई। जिसको लेकर मेरठ में भी बंदियों की जांच की गई तो मेरठ जेल में 10 बंदियों को इसकी पुष्टि हुई ।